मंगलवार, 23 जुलाई 2013

मेरे जीवन में जो भी है वो मुझे प्यारा है ,
मेरे रिश्तो की कस्ती का तू ही सहारा है,
तू जो है तो क्या फिकर है तुफानो का ,
तेरी बाहों में तो मझधार भी किनारा है,

मै तो यही सोचता हु,मन ही मन में ,
काश कोई यैसा भी आये मेरे जीवन में ,
जिसके आने से दुनिया मेरी बदल जाये ,

हकीकत के जमीन पर मेरे सपने आये ,
सपने जो अधूरे उन्हें विस्तार मिले,
मेरे हिस्से का जो प्यार है ,प्यार मुझे प्यार मिले

रंजीत  मिश्रा




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