मंगलवार, 20 सितंबर 2011

JEEVAN MANTRA

सबसे बड़ा गुरुमंत्र है अपने राज किसी से भी शेयर न करे , यदि आप अपने राज अपने तक नहीं रख सकते है ,तो यह भूल ही जाये की कोई और भी उन्हें छुपाकर ही रखेगा , इससे आप खुद अपने पैर पर कुल्हाड़ी मारेंगे .
जैसे ही डर करीब आने लगे उस पर हमला करके ख़तम कर दे .

CONFIDENCE

जो व्यक्ति हर समय संग्राम से जूझने के लिए तैयार रहता है , जो संकट की आग से बच निकलना जानता है ,जो अपनी बड़ी से बड़ी उलझन को सुलझाने के लिए शक्ति निरंतर संचित करता रहता है उसे कौन पराजित कर सकता है ,
आत्मविश्वास और आत्मबल ये दोनों हमेसा हमारे अन्दर से आते है , इन्हें बाहर खोजने की आवश्कता नहीं होती है , किसी भी व्यक्ति में ललक और आत्मविश्वास से एकाग्रता आती है , जिस व्यक्ति में आत्मविश्वास होता है वह दूसरो का भी विस्वास जीत लेता है, यदि हमें सफलता चाहिए तो सबसे पहले हमें अपने आप में सहनशीलता व् आत्मविश्वास पैदा करना आना चाहिए .

सोमवार, 19 सितंबर 2011

OPPERTUNITY

आप के और मेरे कई ऐसे मित्र है जिन्होंने अपने जीवन में कोई उल्लेखनीय सफलता नहीं पाई है , उनके मुंह से हम अधिकतर सुन सकते है ,की उन्हें यह काम करने का अवसर नहीं मिला, सच तो यह है दोस्तों की उनकी जिंदगी में अवसर तो कई आये पर वे अवसर को पहचान न सके , क्योकि अवसर हमेशा काम का लबादा ओड़कर हमारे पास आता है , जो उसे पकड़ लेता है वह सफल हो जाता है और जो नहीं पकड़ पाता है वह वही पर उसका इंतजार करता रहता है .                                                                                                                           प्रत्येक मनुष्य के जीवन में अवसर तो अनगिनत आते है , हम एक जगह बैठ कर अवसर का इंतजार नहीं कर सकते है ,अवसरों का कोई बाज़ार नहीं होता है , की जहा पर सारे अवसर इकट्ठे हो , अवसर तो पैदा किया जाता है ,                                                                                                                                एक सफल  व्यक्ति वही होता है जो किसी भी दिशा में जाकर अवसर को खोजे क्योकि अवसर इंतजार की कोई विषय वस्तु नहीं है , अवसर तो पैदा करने की वास्तु है , किसी भी काम में आप एक अवसर ज़रूर ले , क्योकि हमारा जीवन भी एक चांस है , जो व्यक्ति सबसे आगे जायेगा वह वाकई में आगे बढना चाह रहा है .
 जो व्यक्ति अवसरों का निर्माण करते है उनकी मांग हर जगह होती है , अवसर की इंतजार आदत बन जाती है , इससे कठिन काम की तम्मना ख़तम हो जाती है 
ज्यादातर लोग अपना आधा समय उन कामो की इच्छा कर ने में बिता देते है जितने समय में वे उसे हासिल कर सकते थे .
अवसर को ज्यादातर लोग चुक जाते है क्योकि वह लबादा ओढ़े रहता है और काम जैसा दिखाई देता है .
                                                                                                                                     रंजीत मिश्रा                                                                                            

रविवार, 18 सितंबर 2011

कोई भी कारण हो, कैसी भी बात हो ,गुस्सा मत करो ,चिढो मत जोर से मत बोलो ,मन शांत रखो , विचार करो फिर निर्णय लो , आवाज से आवाज नहीं मिटती  सकती है , बल्कि चुप्पी से मिटती है .                                                                                                                              रंजीत मिश्रा