बुधवार, 24 जुलाई 2013

आज सुबह से बहुत बारीश हो रही है ,आज लगा की सावन शुरू हो गया है ,भगवान् को भी मेरा ध्यान नहीं रहा कम से कम ऑफिस आने के समय में तो बंद करना चाहिए ,ऑफिस पहुचते पहुचते मै  आधा  भीग गया था ,वैसे भीगने का अपना ही मज़ा है ,पर भीगते भीगते मै  सोच रहा था की यार सब के पास कार होना चाहिए ,ताकि रैन कोट की ज़रूरत न पड़े ,आज कई दिनों बाद जब पानी बंद नहीं हुआ ,तो मई अपना रैन कोट खोज के निकाला फिर कार की याद आई ,वैसे यदि मई प्रधान मंत्री बना तो पुरे देशवासियों को एक एक कार दूंगा ,ताकि रैन कोट की ज़रूरत न पड़े ,फैसला आप के हाथ में है .

रंजीत मिश्रा

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