Ranjit Mishra
मंगलवार, 23 जुलाई 2013
अन्धकार से लड़ना नहीं है,
बस एक दीप जलना है ,
मन के आँगन में जो ,
कैक्टस पनप गए है ,
वहा जाके आज तुलसी लगाना है
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