सोमवार, 30 दिसंबर 2013

साल 2013  में कई शुभ अवसर आये  और यह साल नित नयी खुशियाँ लाया ,जीवन की इस अविरल धारा में कुछ अनकही खुशियाँ समेटे यह वर्ष बिदा हो रहा है । जीवन कि कुछ आशाये जो मैंने बचपन से पाल रखी थी ,कुछ में से बहुत कुछ पा लिया और जो बाकी रह गया है उम्मीद और आशा करता हु कि साल 2014 में उन्हें जरुर पूरा करूँगा ।


नव वर्ष का यह आगमन यह प्रदर्शित कर रहा है कि जीवन और समय गतिशील है ,हर समय बीत जाता है,
जो अवसर हमने पा लिया वो सफलता है और जो चुक गए वो असफलता ।
नव वर्ष कि आप सभी को बहुत बहुत शुभकामनायें

" नये हो दिन नये हो रात

 बीते दिनों की करें क्या बात

नई उमंग नया संग

परम चेतना का हो प्रसार

सभी प्रणाम बन्दुओं का आभार

जैसे मीठी सुंगधित बयार

धरती पर हो प्यार ही प्यार

हो नई शक्ति नई स्फूर्ति का संचार "

नव वर्ष मंगलमय हो ।



रंजीत मिश्रा
भारत

शुक्रवार, 6 दिसंबर 2013

आज दिल कर रहा है ,कि मैं भी किसी जंगल में जा कर वहा के लोगो के साथ बस जाऊ ,जहा पर न कोई सड़क हो ,न गाड़ी ,जहा पर प्रशासन भी आज तक न पहुँच पाया हो ,वहा रहने से कई फायदे रहेंगे ,बार -बार मोबाइल नहीं बजेगा और झूठ नहीं बोलना पड़ेगा ,आधी रात को कोई टारगेट पूरा करने नहीं कहेगा ,न कोई दोस्त होगा न  कोई दोस्ती ,टाइम से खाना मिलेगा और चैन कि नींद ,यहाँ पर तो अंतिम बार कब दिल से सोया था अब तो याद भी नहीं ।
रंजीत मिश्रा